उँगलियाँ

उँगलियाँ

जब नाख़ून बढ़ जाते है तब
नाखून ही काटे जाते है ,
उँगलियाँ नहीं,इसलिए अगर
रिश्तों में दरार आ जाए
तो दरार को मिटाइये
न की रिश्तों को |

तसल्ली

तसल्ली

झूठा वादा था तेरा ,
मेरी तसल्ली के लिए |
उसी वादे ने मिटाके रख,
दिया मुझको |

सलामत

सलामत

कोशिशे सबने की मुझको,
मिटाने की |
तेरी दुआओं का असर है ,
की सलामत हूँ मैं |

अफसोस

अफसोस

तुमने तो प्यार की हर रस्म निभा दी |
पर अफसोस उसने मेरी हस्ती ही मिटा दी |